हमारे घर में मेरी पत्नी ने एक कामवाली रख ली थी। मैं संडे को ही उससे मिलता था, क्योंकि वो घर पर काम करने ग्यारह बजे के करीब आती थी। सिर्फ संडे को घर पर रहने पर ही मैं उसे देख पाता था। वो थी तो थोड़ी गेहूंआ रंग की, लेकिन उसके नयन-नक्श और बदन एक दम गज़ब था। उसमें इतनी तगड़ी सेक्स अपील थी कि उसकी निगाहें पड़ते ही आदमी का लंड खड़ा हो जाता था।
एक बार मेरी पत्नी रिया अपने मायके कुछ दिनों के लिए गई हुई थी। तो वो रेखा को बोल गई कि वो सुबह मेरे ऑफिस जाने से पहले कुछ दिनों तक काम कर जाए। उसने रिया के जाने के बाद सुबह आठ बजे आना शुरू कर दिया। मैं रेडी हो जाता था तब तक वो मेरा नाश्ता और लंच बना देती थी।
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